नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए सीजफायर समझौते को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. आम आदमी पार्टी ने भी इस पर सवाल खड़े किए हैं. पार्टी का कहना है कि जब भारतीय सेना पीओके यानी पाक अधिकृत कश्मीर वापस ले सकती थी, तो सरकार ने युद्धविराम क्यों किया. आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
आम आदमी पार्टी ने सीजफायर की घोषणा पर उठाए सवाल
आप पार्टी ने सीजफायर की घोषणा पर सवाल उठाए हैं. दिल्ली में आप पार्टी कार्यकर्ताओं ने बैनर लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं बुधवार को दिल्ली के कालकाजी विधानसभा में स्थित मोदी मिल फुटओवर ब्रिज पर प्रदर्शन किया. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक बड़े पोस्टर के जरिए केंद्र सरकार और मोदी सरकार पर निशाना साधा. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस पोस्टर के जरिए कहा- पीओके का छोड़ा मौका, मोदी का देश को धोखा’.
आप पार्टी ने केंद्र सरकार पर जमकर साधा निशाना
आप पार्टी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह 2024 के चुनाव से पहले कहते थे कि हम पीओके के लिए जान दे देंगे, लेकिन अब जब मौका आया तो सीजफायर कर दिया गया. यह देश के साथ धोखा है. सौरभ भारद्वाज ने आगे ये भी सवाल किया कि क्या पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के आगे झुकते हुए सीजफायर का फैसला किया? आप पार्टी का आरोप है कि सरकार ने देश की जनता से किए वादों को नजरअंदाज कर राजनीतिक दबाव में यह फैसला लिया है, जबकि सेना को पूरी छूट मिलनी चाहिए थी ताकि वह पीओके को वापस ले सके.