उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने जहरीली शराब के काले कारोबार को ध्वस्त करते हुए एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस सनसनीखेज ऑपरेशन में गैंग के मास्टरमाइंड सुखविंद्र सिंह उर्फ सेठी सहित चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। यह गिरोह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ENA (एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल) और रेक्टिफाइड स्पिरिट की अवैध सप्लाई के जरिए जहरीली शराब बनाकर बेच रहा था, जिससे कई जिंदगियां खतरे में थीं।
दो राज्यों में STF का धमाकेदार एक्शन
15 और 16 मई 2025 को STF ने बिजनौर (यूपी) और उधमसिंह नगर (उत्तराखंड) में एक साथ छापेमारी कर इस गैंग को धराशायी कर दिया। गिरफ्तार आरोपियों में सुखविंद्र सिंह (बिजनौर), गुड्डू (बाजपुर), रामसिंह और सुनील कुमार (मुरादाबाद) शामिल हैं। कार्रवाई में STF ने 20,000 लीटर ENA से भरा टैंकर, 2900 लीटर जहरीली शराब, तीन वाहन, 1050 खाली शराब की बोतलें और पैकिंग सामग्री बरामद की। यह बरामदगी इस गैंग के खतरनाक मंसूबों की गवाही देती है।
ढाबे पर चल रहा था काला खेल
STF को गुप्त सूचना मिली थी कि काशीपुर-हरिद्वार रोड पर एक ढाबे के पास टैंकर चालकों की साठगांठ से ENA की अवैध निकासी हो रही थी। 15 मई की रात 11:45 बजे STF गौतमबुद्धनगर की टीम ने घेराबंदी कर गुड्डू, रामसिंह और सुनील को दबोच लिया। अगले दिन सुखविंद्र को काशीपुर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सुखविंद्र ने खुलासा किया कि वह पहले बस चालक था, लेकिन बाद में गुड्डू के साथ मिलकर इस खतरनाक धंधे में कूद पड़ा।
जहरीली शराब से मौतों पर लगेगी रोक
उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से होने वाली मौतें लंबे समय से चिंता का विषय रही हैं। STF का यह ऑपरेशन इन हादसों पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पिछले साल भी गौतमबुद्धनगर में उत्तराखंड से ENA सप्लाई करने वाला एक गैंग पकड़ा गया था। STF अधिकारियों का कहना है कि यह नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है, इस कार्रवाई से और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। निरीक्षक सचिन कुमार और उपनिरीक्षक सनत कुमार के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई ने शराब माफियाओं के होश उड़ा दिए हैं।
माफियाओं में मचा हड़कंप
STF की इस जोरदार कार्रवाई से शराब माफियाओं में खलबली मच गई है। STF ने साफ कर दिया है कि जहरीली शराब के इस गोरखधंधे में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल, STF अन्य माफियाओं पर नकेल कसने के लिए और ऑपरेशन चला रही है। यह कार्रवाई न सिर्फ कानून की जीत है, बल्कि उन परिवारों के लिए भी राहत की सांस है, जो जहरीली शराब की भेंट चढ़ चुके हैं।
STF का यह ऑपरेशन एक चेतावनी है: अपराध का रास्ता चुनने वालों को अब सलाखों के पीछे जाना होगा!