छुट्टियों की प्लानिंग अक्सर खुशी और रोमांच से भरी होती है, लेकिन जब ट्रैवल प्लान धोखे में बदल जाए तो मज़ा एक झटके में कड़वाहट बन जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ मुंबई की एक महिला के साथ, जो अपने पति संग बैंकॉक घूमने के लिए निकली थीं। लेकिन एयरपोर्ट से होटल तक का सफर जैसे ही खत्म हुआ, सामने आया एक ऐसा झटका जिसने उनकी ट्रिप को “टेंशन दूर” बना दिया।
बैंकॉक के होटल में टूटी उम्मीदें
मुंबई की यह महिला कोई आम महिला नहीं, बल्कि रिटायर्ड डिप्टी पुलिस कमिश्नर अंबादास पोटे की बहू हैं। उन्होंने मई महीने में अपने परिवार के लिए एक ऑनलाइन ट्रैवल वेबसाइट से बैंकॉक का ट्रिप पैकेज बुक किया था। वेबसाइट पर चार लोगों के लिए दो लाख रुपये का आकर्षक पैकेज दिखा, जो उन्हें किफायती और सुविधाजनक लगा। उन्होंने झट से बुकिंग कर डाली।
17 मई को कपल फ्लाइट से बैंकॉक पहुंचा। होटल ‘Pullman Pattaya’ में शानदार वेलकम, केक, कैंडल और सी-व्यू रूम की उम्मीद थी। लेकिन जब होटल के रिसेप्शन पर पहुंचे, तो हकीकत किसी हॉरर फिल्म से कम नहीं थी। रिसेप्शनिस्ट ने उनका पासपोर्ट लिया, कंप्यूटर में कुछ चेक किया और फिर जो कहा, उसने उनके होश उड़ा दिए “आपकी कोई बुकिंग नहीं है।”
फर्जी निकली बुकिंग
महिला ने होटल स्टाफ को व्हाट्सएप चैट्स, कन्फर्मेशन स्लिप्स और बुकिंग डिटेल्स दिखाई। कुछ देर बाद होटल ने जवाब दिया कि बुकिंग पहले जरूर हुई थी, लेकिन बाद में रद्द कर दी गई और कोई पैसा होटल को ट्रांसफर नहीं हुआ। इतना ही नहीं, जिस फ्लाइट टिकट से वे लौटने वाले थे वो भी नकली निकली।
इन तमाम झटकों के बीच कपल ने खुद नए होटल और फ्लाइट की बुकिंग की। छुट्टियों की सारी खुशियां और पैसा लुट चुका था। अब उन्हें समझ आया कि वे एक साइबर फ्रॉड के शिकार हो गए हैं।
88,000 + 1.12 लाख ठगी का ट्रैप
घटना के बाद महिला ने मुंबई के बोरीवली एमएचबी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि महिला ने 7 अप्रैल को ₹88,000 और 21 अप्रैल को ₹1,12,000 ट्रांसफर किए थे। ये रकम एक अखिलेश सिंह नामक शख्स के अकाउंट में भेजी गई थी, जिसने खुद को ट्रैवल एजेंट बताया था। व्हाट्सएप पर भेजी गई होटल और फ्लाइट की बुकिंग कन्फर्मेशन पूरी तरह फर्जी निकली। आरोपी ने नकली वेबसाइट और डुप्लीकेट दस्तावेज़ों से महिला को भरोसे में लिया और फिर 1.6 लाख रुपये का चूना लगा दिया।
पुलिस जांच में जुटी, आरोपी फरार
पुलिस के मुताबिक, आरोपी अखिलेश सिंह फिलहाल फरार है और उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा है। साइबर सेल उसकी लोकेशन ट्रेस करने और बैंक खातों की ट्रांजैक्शन हिस्ट्री खंगालने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि ये मामला साइबर क्राइम की संगठित ठगी का हिस्सा हो सकता है।
ऑनलाइन बुकिंग से पहले करें ये 5 जरूरी बातें
इस घटना से सीख लेते हुए पुलिस और साइबर एक्सपर्ट्स ने यात्रियों को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है.
- केवल ट्रस्टेड और वेरिफाइड वेबसाइट से ही बुकिंग करें।
- किसी ट्रैवल एजेंट से बुक करते वक्त GST नंबर, ऑफिस अड्रेस और लाइसेंस जरूर मांगें।
- पेमेण्ट का ट्रांजैक्शन सिर्फ ट्रस्टेड गेटवे से करें, सीधे अकाउंट ट्रांसफर से बचें।
- बुकिंग की पुष्टि होटल या एयरलाइन से खुद करें।
- यदि कोई डील ‘बहुत सस्ती’ लगे, तो दोबारा सोचे- ठगी हो सकती है।
निष्कर्षः छुट्टियां बन सकती हैं कड़वा सपना
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि साइबर अपराधी अब सिर्फ OTP या बैंक कॉल से ही नहीं, बल्कि फर्जी ट्रैवल वेबसाइटों और सोशल मीडिया प्रचार के जरिए भी शिकार बना रहे हैं। एक ऐसे समय में जब लोग आराम और छुट्टियों के लिए प्लान करते हैं, जरा सी लापरवाही से खुशी की जगह धोखा मिल सकता है।